29.11.08

देश को शिवराज से और शिवराज को देश से...

गृह मंत्री को इस्तीफे के बाद त्वरित टिप्पणी

शिवराज पाटिल को देश से और देश को शिवराज से फुर्सत मिल गई। परिणामस्वरूप दोनों तरफ खुशी का माहौल है। एक बड़े दु:ख के बाद देशवासियों को थोड़ी राहत मिली। सूखे कण्ठ को जल की दो बूंदें मिल गईं। सूत्रों ने सूचना दी है कि शिवराज बाबू की भी खुशी का ठिकाना नहीं है। बनाव-श्रृंगार उनके जीवन में बहुत अहमियत रखते हैं। इनसे उनको दिली लगाव है। इसके लिए उनके पास अब पर्याप्त समय रहेगा। वह कुछ भी छोड़ सकते हैं लेकिन साज-श्रृंगार नहीं। अब न उन्हें समय की कमी रहेगी और न उनपर मीडिया की नजर रहेगी। अब जहां चाहें ‘छैला’ बनकर घूमें। दिनभर में आठ सूट बदलें चाहे अट्ठारह, चाहे दो कंघी रखें चाहे दो सौ। अब कोई उन्हें परेशान नहीं करेगा। चलिए बड़ा अच्छा हुआ उनके लिए भी और देश के लिए भी। कांग्रेस की डैमेज कंट्रोल की इस कार्रवाई से उसे कितना लाभ होगा कृपया अपनी राय दें।

1 comment:

Arun Arora said...

जी हा इस ( मुंबई कांड ) से काग्रेस को काफ़ी डैमेज हुआ है .इस छोटी सी घटना के कारण उसे अपनी चमचा मंडली मेसे अपना महा नालायक महा कमीना महा घटिया टिप टाप रहने वाला दिन भर काग्रेस अध्यक्ष के पैर चाटने वाला एक चटुकार निकालना पड गया है . उसे अब नया कोई चरण चुंबंन करने वाला चाटुकार तलाशना पडेगा. पर उम्मीद है काग्रेस कोई ऐसा ही दूसरा टुच्चा जल्द ही तलाशने मे कामयाब हो जायेगी और इस डमेज को कंट्रोल कर लेगी