21.12.08

व्हेन आई टाक त आईअ टाक

आज आपको एक सच्ची लेकिन सुनी हुई मनोरंजक घटना सुना रहा हूँ।
काशी हिन्दु विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र नेता अंग्रेजी के प्रति बहुत प्रतिबद्ध हैं। मान लीजिए कि उनका नाम बिन्दु राय है। एक बार एक वरिष्ठ दलीय नेता ने उनसे परिचय पूछा तो उन्होंने अपना परिचय इस प्रकार दिया... आई इज बिन्दु राय...। सहसा उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ तो सुधार करते हुए उन्होंने पुन: दे मारा... आई आर बिन्दु राय। माहौल कितना खुशगवार हो गया होगा आप अन्दाजा लगा सकते हैं।
इसी प्रकार एक बार वह मंच पर बोलने खड़े हुए तो किसी ने बीच में टुपक दिया। राय साहब नाराज हो गए और अंग्रेजी में खूब डांटा... व्हेन आई टाक त आईअ टाक अ... व्हेन यू टाक त यूअ टाक, डोंट टाक बिट्विन-बिट्विन।
कहते हैं कि राय साहब ने अंग्रेजी सीखने में राजनीति से ज्यादा मेहनत की। कई प्रकार की अंग्रेजी पत्र-पत्रिकायें मंगाकर वह अध्ययन करते रहे। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने के लिए उन्होंने रैपिडेक्स स्पीकिंग कोर्स का भी सहारा लिया। कुछ दिन तक स्पीकिंग कोर्स की क्लास भी ज्वाइन किए। लेकिन हाय री अंग्रेजी! लाख कोशिशों के बाद भी तुम राय साहब के लिए पराई ही रही, विदेशी ही रही। इसी प्रकार एक अन्य नेता जी ने ट्रेन में एक आदमी से ‘सुर्ती ऐण्ड इज…’ कहकर खैनी मांगा।

6 comments:

Varun Kumar Jaiswal said...

अजी क्या गोबर लपेट कर जुटा मारा है इन अन्ग्रेज़ी भक्तों को !
मजे आ गए |

VIMAL VERMA said...

भाई आपने बहुत कुछ याद दिला दिया...

किसी ने चाय की दुकान पर पहुँच कर कहा...टी इज? और चाय पी लेने के बाद कहा ऐन्ड इज?
आई टॉक तो आईये टॉक पर जो मैने सुना था वो कुछ इस तरह से था " आई टाक तो आईये टाक यू टाक तो य़ुए टाक बट डोन्ट टाक ईज सेन्टर सेन्टर....वैसे वाकया मज़ेदार है मज़ा आ गया उन दिनों को याद करके..शुक्रिया मित्र

अफ़लातून said...

ऐसी अंग्रेजी का प्रयोग 'अंग्रेजी हटाओ' के औजार के रूप में होता है । इन्हें सुनने के बाद अफ़सर अंग्रेजी में बोलने की आदत छोड़ सकते हैं ।
एक बार इनके साथ एक प्रतिनिधिमण्डल में गया था,कुलपति से मिलने। बातचीत में शेर-ए--- गरमाने लगे तो कुलपति ने कहा,'प्लीज़ डोन्ट माइन्ड मि. --- सिंह'।फट से उन्हें जवाब मिला-'नो-नो प्रो हरिनारायण आई हैव नो माइन्ड'।

ghughutibasuti said...

बहुत बढ़िया अंग्रेजी है। मेरी गुजराती, मराठी, पंजाबी विशेषकर तेलुगु से तो बेहतर है।
घुघूती बासूती

डॉ .अनुराग said...

सही सुनाये हो भाई....

गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...

शुक्र है उन्होंने अपने को DOT राय नहीं कहा।

W.V. hata len, please.